
महेंद्र सिंह धोनी: महान कप्तान, उम्र का दबाव या लोकप्रियता का बोझ?
MS Dhoni: The Great Captain, पापुलैरिटी का प्रेशर या उम्र का दवाब?
महेंद्र सिंह धोनी, जिन्हें ‘कैप्टन कूल’ के नाम से जाना जाता है, ने भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया है। हालांकि, आईपीएल 2025 में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद, धोनी के भविष्य को लेकर सवाल उठने लगे हैं। टीम के खराब प्रदर्शन और धोनी की उम्र को देखते हुए, कई लोग उनके संन्यास की चर्चा कर रहे हैं।
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हालिया प्रदर्शन और टीम की स्थिति
आईपीएल 2025 में CSK का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है। टीम ने 12 में से केवल 3 मैच जीते हैं और अंक तालिका में सबसे नीचे है। धोनी का व्यक्तिगत प्रदर्शन भी औसत रहा है, उन्होंने पूरे सीजन में 163 रन बनाए हैं, जिसमें उनका सर्वोच्च स्कोर 30 रन है। उनकी स्ट्राइक रेट में गिरावट और सीमित बल्लेबाजी भूमिका ने टीम की बल्लेबाजी की गहराई पर सवाल खड़े किए हैं।
कप्तानी में वापसी और रणनीतिक बदलाव
रुतुराज गायकवाड़ की चोट के बाद धोनी ने एक बार फिर कप्तानी संभाली। हालांकि, टीम के प्रदर्शन में कोई खास सुधार नहीं हुआ। धोनी ने खुद स्वीकार किया कि टीम को अगले सीजन के लिए मजबूत संयोजन तैयार करना होगा। उन्होंने कहा, “अगर हम प्लेऑफ में नहीं पहुंचते हैं, तो हमें अगले साल के लिए एक मजबूत एकादश तैयार करनी होगी।”
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उम्र का प्रभाव और सीमित भूमिका
43 वर्षीय धोनी ने पिछले साल घुटने की सर्जरी करवाई थी, जिससे उनकी फुर्ती और लंबे समय तक बल्लेबाजी करने की क्षमता प्रभावित हुई है। हेड कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने कहा, “धोनी अब 10 ओवर तक बल्लेबाजी करने की स्थिति में नहीं हैं। वह सीमित भूमिका के लिए प्रशिक्षण ले रहे हैं।”
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सोशल मीडिया पर आलोचना और प्रशंसा
टीम के खराब प्रदर्शन के बाद सोशल मीडिया पर धोनी को संन्यास लेने की सलाह दी जा रही है। हालांकि, युवा खिलाड़ी वैभव सूर्यवंशी द्वारा धोनी के पैर छूने की घटना ने दिखाया कि युवा पीढ़ी में उनके प्रति सम्मान अभी भी बरकरार है।
भविष्य की योजना और टीम का पुनर्निर्माण
क्रिकेट विशेषज्ञ सुनील गावस्कर का मानना है कि धोनी का खेलना टीम के हित में है। उन्होंने कहा, “धोनी का निर्णय टीम के दीर्घकालिक लाभ के लिए है, न कि व्यक्तिगत लाभ के लिएधोनी के लिए यह समय आत्ममंथन का है। उम्र और फिटनेस के मुद्दों के बावजूद, उनका अनुभव और नेतृत्व कौशल अमूल्य हैं। हालांकि, टीम के भविष्य को देखते हुए, उन्हें और फ्रेंचाइजी को मिलकर निर्णय लेना होगा कि आगे का रास्ता क्या होना चाहिए। चाहे वह एक मेंटर की भूमिका हो या टीम के पुनर्निर्माण में सक्रिय भागीदारी, धोनी का योगदान भारतीय क्रिकेट में हमेशा यादगार रहेगा।
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दरअसल, राजस्थान बनाम सीएसके (RR vs CSK) मैच के बाद, एमएस धोनी (MS Dhoni) को कहा गया कि वह सभी युवा खिलाड़ियों को सलाह क्या देंगे, जिन्होंने इस सीजन में शानदार प्रदर्शन किया है, खासकर सूर्यवंशी और आयुष म्हात्रे जैसे खिलाड़ियों को।
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