
सोनम रघुवंशी ने मीडिया के सामने खोला “राज”
गाजीपुर के एक ढाबे पर पहुंची सोनम रघुवंशी ने अपने भाई को कॉल कर बताया कि कुछ लोगों ने उसे अगवा किया था और वह उनकी चंगुल से भागकर जैसे‑तैसे यहाँ तक आ पाई है और पुलिस उसे फंसाने का प्रयास कर रही है हालांकि सोनम रघुवंशी की यह मनगढ़ंत कहानी किसी को हजम नहीं हो रही है क्योंकि इस केस में अब सोनम रघुवंशी के प्रेमी राजा कुशवाहा का नाम सामने आने के बाद स्थिति लगभग स्पष्ट सी हो गई है ।
पुलिस को जो सबूत मिले हैं वह सोनम रघुवंशी को आरोपी साबित करते हैं, दरअसल सोनम रघुवंशी के पिता एक लकड़ी का कारखाना चलाते हैं जिनके यहां राज कुशवाहा नाम का लड़का काम करता है सोनम रघुवंशी राज कुशवाहा के साथ प्रेम प्रसंग में थी लेकिन उसकी शादी इंदौर के व्यापारी राजा रघुवंशी के साथ तय कर दी गई।
हनीमून की प्लानिंग सोनम रघुवंशी का ड्रामा
राजा रघुवंशी और सोनम की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी। दोनों की जोड़ी को देखने वाले कहते थे—”कितना सुंदर जोड़ा है!” लेकिन किसी को क्या पता था कि इस नई नवेली दुल्हन के दिल में पहले से ही एक खतरनाक साजिश पल रही थी।
शादी के चंद दिन बाद ही, 20 मई को दोनों मेघालय घूमने निकल पड़े। हनीमून के बहाने एक अनजानी और खूबसूरत जगह चुनी गई—Shillong। पर दरअसल सोनम ने इस जगह को सोच-समझकर चुना था। एक ऐसी जगह, जहां भाषा का बैरियर हो, पुलिस की पकड़ ढीली हो, और गवाह बनना आसान न हो।
राजा को अंदाज़ा भी नहीं था कि ये सफर उसका आख़िरी सफर बनने वाला है।
Shillong पहुंचने के बाद सोनम ने अपने कथित प्रेमी राज कुशवाहा को एक्टिव किया। वह पहले से तीन लड़कों—विशाल, आकाश और एक अन्य—के साथ योजना बना चुकी थी। गुवाहाटी से एक धारदार माछेट (लोहे की भारी तलवार जैसी चीज़) खरीदी गई थी। प्लान साफ था: हनीमून के बहाने सुनसान जगह जाकर राजा को रास्ते से हटाना है।
राजा रघुवंशी की मर्डर मिस्ट्री
23 मई को राजा की मां को आखिरी बार उसके बेटे का कॉल आया—उसने बस इतना कहा, “यहाँ की भाषा नहीं समझ आती, बाद में बात करता हूँ।” फिर मोबाइल बंद हो गया।
उसके बाद कुछ दिन सब शांत रहा। सोनम लापता थी। राजा भी। और अचानक 2 जून को मेघालय के वीसवाडोंग फॉल्स के पास एक खाई में एक लाश मिली। शिनाख्त हुई—ये राजा रघुवंशी थे। सिर पर गंभीर चोटें, गहने और पर्स सब गायब। साफ था कि ये हादसा नहीं, हत्या थी।
सोनम रघुवंशी अगवा या फरार?
सस्पेंस यहीं से गहराने लगा। 9 जून को अचानक खबर आई कि सोनम उत्तर प्रदेश के गाजीपुर ज़िले में एक ढाबे पर मिली है। हालत खराब, उलझे बाल, डरी हुई। उसने अपने भाई को फोन कर बताया, “मेरा अपहरण हो गया था… जैसे-तैसे उनकी गिरफ्त से भागकर यहां पहुंची हूं।”
पर पुलिस ने जब जांच की, तो सच उसके बयान से बिल्कुल अलग निकला। ट्रैवेल हिस्ट्री, मोबाइल लोकेशन, गवाहों के बयान, सीसीटीवी फुटेज—सबने एक ही कहानी बताई: सोनम हत्या की मुख्य साज़िशकर्ता थी।

राजा को सोनम ने ही बहकाकर ज्वैलरी पहना दी थी, ताकि हत्या के बाद उसे डकैती जैसा दिखाया जा सके। और हत्या के बाद, अपने प्रेमी और साथियों के साथ खाई के पास खड़ी रही, जबकि राजा को मारा जा रहा था।
हत्या के बाद उन्होंने शव को खाई में फेंका, हथियार वहीं छोड़ दिया और सब अपने-अपने रास्ते निकल गए। सोनम गुवाहाटी पहुंची, वहां से ट्रेन पकड़कर इंदौर आई, और फिर अपने परिवार की मदद से उत्तर प्रदेश में जाकर छिप गई। उसने ढाबे पर जाकर ‘ड्रामा’ किया, ताकि लगे कि वो खुद भी एक शिकार है।
पुलिस के दबाव के कारण सोनम रघुवंशी ने किया समर्पण
पुलिस की सख़्ती और मीडिया के दबाव के कारण सोनम ज्यादा दिन तक छुप कर नहीं रह सकती थी आखिरकार उसने दूसरा षड्यंत्र खेलने की कोशिश की लेकिन इस बार पुलिस की जांच तेज़ थी की सोनम अपने मंसूबों में कामयाब होती तब तक पुलिस अपने सारे पत्ते खोल चुकी थी पुलिस के एक के बाद एक सबूत देने के बाद सोनम का दूसरा षड्यंत्र धरा रह गया और कानून का एक गुनहगार अपने पड़ाव तक पहुंचने में कामयाब हो गया, 9 जून को सोनम और बाकी तीनों आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए।
अब सोनम पुलिस हिरासत में है और उसके खिलाफ हत्या, आपराधिक साजिश, और साक्ष्य मिटाने के आरोप दर्ज हैं।
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